ग्रेगोरियन कैलेंडर (Gregorian Calendar) का इतिहास और महत्व (history and importance)

ग्रेगोरियन कैलेंडर - Gregorian Calendar

समय की गणना के लिए  कैलेंडर का महत्व हज़ारों साल पहले ही मानव जाति ने समझ लिया था| भारत में आज भी इस्तेमाल होने वाले विक्रम संवत, शक संवत जैसे पंचांग या कैलेंडर भी कई सदियों से प्रचलित हैं| अगर आज के सबसे ज्यादा उपयोग में आने वाले और समूचे विश्व में मान्यता प्राप्त कैलेंडर की बात करें तो वह है ग्रेगोरियन कैलेंडर (Gregorian Calendar) | 

रोमन कैलेंडर से जूलियन कैलेंडर (Roman to Julian Calendar) 
कई साल पहले रोमन कैलेंडर बहुत विख्यात हुआ करता था लेकिन उसके बहुत जटिल होने के कारण, इटली (रोम) के जूलियस सिजर ने जूलियन कैलेंडर पेश किया| यह कैलेंडर कई सालों की मेहनत और अध्ययन के बाद बनाया गया जिसका आधार यह ज्ञान था कि पृथ्वी सूरज का एक चक्कर लगाने में 365.25 दिनों का समय लेती है| इसी समय को एक वर्ष मान लिया गया| जूलियन कैलेंडर में साल का पहला महीना मार्च और आखरी फरवरी था| 

जूलियन कैलेंडर का इतिहास और महत्व 

जूलियन कैलेंडर (Julian Calendar) की त्रुटियाँ 
अब पृथ्वी असल में सूरज की एक परिक्रमा 365.24219 दिनों में करती है| भले ही यह समय जूलियन कैलेंडर से आधारित एक साल के समय के करीब ही लगे, पर लम्बे अंतराल में यह समय ध्यान देने योग्य हो जाता है| जूलियन कैलेंडर के उपयोग से हर साल पृथ्वी लगभग 11 मिनट्स आगे हो जाती | 
      
julian calendar and gregorian calendar
जूलियन कैलेंडर के इस्तेमाल से 128 वर्षों में एक दिन का अंतर आ गया| और यही मात्र 1 दिन लगभग 15 शताब्दियों बाद, सन 1500 आते-आते 11 दिनों में तब्दील हो गए थे| यानी हमारी पृथ्वी हमारे हिसाब की जगह से 11 दिन आगे चली गयी थी| इस दुविधा को ऐसे नहीं छोड़ा जा सकता था नहीं तो अगली कुछ शताब्दियों बाद समय में 1 माह का अंतर पड़ जाता और यह बढ़ता रहता| भारत में मार्च में दस्तख देने वाली गर्मी फरवरी में आने लगती.... 

ग्रेगोरियन कैलेंडर (Gregorian Calendar) 
खैर ऐसा हुआ नहीं और रोम के 13वे पोप ग्रेगोरी ने यह आदेश दिया कि 4 अक्टूबर 1582 के बाद अगला दिन 15 अक्टूबर 1582 होगा| इस प्रकार एक ही दिन में पीछे से चली आ रही 11 दिनों की त्रुटि हटा दी गयी| इन्हीं के नाम पर इस कैलेंडर को 'ग्रेगोरियन कैलेंडर' कहा जाता है|   

gregorian calendar in hindi

जूलियन कैलेंडर से ग्रेगोरियन कैलेंडर (Julian to Gregorian Calendar) 
जूलियन कैलेंडर में 365.25 दिनों का समय एक वर्ष के लिए माना जाता था| इसलिए 365 दिनों के तीन साल के बाद हर चौथे साल के फरवरी में एक दिन जोड़कर उसे 366 दिनों का साल बना दिया जाता था|   

ग्रेगोरियन कैलेंडर (नया जूलियन कैलेंडर, New Julian Calendar) में एक वर्ष 365.2425 दिनों का माना गया है| और इसे प्रचलन में लाने के लिए, जूलियन कैलेंडर की तरह इसमें भी हर चौथे साल में फरवरी महीना 29 दिनों का होता है| जिस वर्ष को हम लीप वर्ष कहते हैं| यहाँ तक तो जूलियन कैलेंडर और ग्रेगोरियन कैलेंडर में समानता है| पोप ने इस बात की घोषणा की कि शताब्दी वर्ष जैसे 1600, 1700, 1800, 1900, 2000 आदि, तब तक लीप वर्ष नहीं होगा, जब तक वह 400 से सटीक भाग नहीं होता| 

अर्थात हर चौथे वर्ष में लीप वर्ष तो होगा परन्तु अगर शताब्दी वर्ष आये तो उसे तभी लीप वर्ष माना जाएगा जब वह 400 से पूरा भाग करेगा| जैसे 1600वा साल लीप वर्ष था पर 1700वा, 1800वा, 1900वा वर्ष नहीं| और इसी प्रकार 2000वा साल भी लीप वर्ष रहा| इस प्रकार ग्रेगोरियन कैलेंडर में वर्ष को पृथ्वी के सूरज की परिक्रमा के समय के अनुसार निर्धारित किया| परन्तु क्या अब ग्रेगोरियन कैलेंडर द्वारा माना गया समय पूरी तरह से सटीक है| इसका उत्तर है नहीं| 

ग्रेगोरियन कैलेंडर क्या पूरी तरह सही है? (Is Gregorian Calendar completely Correct)     
मानवो द्वारा सालों के अध्ययन से यह पता चला है कि पृथ्वी सूरज की परिक्रमा लगभग 365.24219 दिनों में पूरा करती है| ग्रेगोरियन कैलेंडर में लिया गया समय 365.2425 दिनों का है| इस प्रकार लगभग 3200 वर्षों बाद हमें एक दिन का अंतर दिखाई देगा| पर उस एक दिन को हम तब के समय से किसी वर्ष से लीप वर्ष हटाकर आसानी से संरेखित कर सकेंगे| 

एक वर्ष का सटीक समय (Accurate time of 1 year) : 365.242196 दिन (365 दिन 5 घंटे 48 मिनट्स 48 सेकण्ड्स)        

ग्रेगोरियन कैलेंडर की मान्यता (Adoption of Gregorian Calendar)         
सन 1775 में यूनाइटेड किंगडम ने, ग्रेगोरियन कैलेंडर की वैज्ञानिक आधार के हिसाब से, इसे अपनी समस्त कॉलोनीज में अपना लिया| अन्य देशों ने भी धीरे-धीरे इसे अपने आधिकारिक कार्यों के लिए मान्यता दी| ग्रेगोरियन कैलेंडर की तिथि रात 12 बजे बदलती है| भारत में भी आधिकारिक काम ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार किया जाता है और वैश्वीकरण के बाद हर देश को इसे अपनाना आवश्यक भी है|     

ग्रेगोरियन कैलेंडर 2023

ग्रेगोरियन कैलेंडर एक नया जूलियन कैलेंडर है जिसे कुछ नए नियमों के साथ पेश किया गया है| अगर जूलियन कैलेंडर की बात करें तो आज के समय यानी 2022 में जूलियन कैलेंडर, ग्रेगोरियन कैलेंडर से तेरह दिन पीछे है| यानी अगर आज 14 मई तारीख है तो जूलियन कैलेंडर में आज का दिन 1 मई होगा| यह साल ग्रेगोरियन कैलेंडर का 2022 वा चल रहा है|     
                
ग्रेगोरियन कैलेंडर (Gregorian Calendar) के अनुसार महत्वपूर्ण दिनों के लिए, महीने को क्लिक करें-
 October 

               

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