Madua ka Atta | मड़ुआ का आटा | मड़ुआ की रोटी खाने के फायदे

मड़ुआ का आटा बहुत फायदेमंद होता है| यह हमें कई रोगों से भी बचाता है| भारत में इसकी सबसे अधिक पैदावार कर्नाटक में होती है| इसके साथ यह आंध्र प्रदेश, ओडिसा, तमिल नाडु, गोवा और उत्तराखंड में भी उगाया जाता है| आइये जानते हैं मड़ुआ का आटा किस नाम से जाना जाता है और क्या हैं इसे खाने के फायदे| 

madua ka atta


मड़ुआ को कई अलग-अलग स्थानीय नामों से जाना जाता है| उत्तराखंड के कुमाऊं के क्षेत्र में इसे "मड़ुआ" कहते हैं| तेलगु और कन्नड़ भाषा में इसे "रागी" के नाम से जानते हैं| इसी के साथ इस आटे को हिमाचल प्रदेश में कोदरा, ओड़िया भाषा में मंदिया, तेलंगाना क्षेत्र में तेदालु नाम से पुकारते हैं| मडुआ/रागी को सबसे पौष्टिक अनाजों में से एक माना जाता है| भारत में इसकी पैदावार गेहूं, धान, मक्का, सोरघम, बाजरा के बाद छटे स्थान पर होती है|  

मड़ुआ एक पौष्टिक आहार     

रागी या मड़ुआ का आटा, पौष्टिक तत्वों से भरपूर एक अनाज है जिससे रोटी, जूस, उपमा, केक, चॉकलेट, बिस्कुट और कई आयुर्वेदिक दवाएं बनाई जाती हैं| मड़ुआ का आटा का सेवन कई प्रकार से किया जाता है| कई बार मड़ुआ के आटे में गेहूं का आटा मिलाकर रोटी बनाई जाती है| यह शरीर को कई बीमारियों से निजात दिलाता है| मड़ुआ के आटे में कैल्शियम, प्रोटीन, आयरन, मिनरल्स, पोटैशियम, कार्बोहायड्रेट, फाइबर पाया जाता है| 100 ग्राम मड़ुआ में लगभग 336 किलो कैलोरी ऊर्जा होती है|    

Madua ka Atta in English: "Finger Millet" 

Finger Millet in Hindi: "रागी","मड़ुआ"

इसका वैज्ञानिक नाम (Scientific Name): "Eleusine Coracana"   

madua ka aata ki roti


मड़ुआ से होने वाले स्वास्थ्य लाभ 

  • मड़ुआ के आटे में 80 प्रतिशत कैल्शियम होता है| इससे बने व्यंजन खाने से हड्डियां मजबूत रहती हैं| 
  • मड़ुआ का आटा खाने से त्वचा जवां बनी रहती है| इसमें मौजूद एमिनो एसिड से स्किन के टिश्यू झुकते नहीं हैं इसलिए झुर्रियां नहीं बनती, जिससे चेहरा ग्लो करता है|
  • मड़ुआ का आटा विटामिन डी का अच्छा स्रोत है| 
  • मड़ुआ के आटे में आयरन भी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है| एनीमिया और कम हीमोग्लोबिन से जूझ रहे मरीजों के लिए भी इसे खाना लाभदायक है|   
  • मड़ुआ का सेवन शरीर को प्राकृतिक रूप से आराम देने में मदद करता है| यह चिंता, अवसाद, अनिद्रा की स्थिति में लाभकारी है| यह माईग्रेन के लिए भी उपयोगी है| 
  • इसमें मौजूद फाइटोकेमिकल पाचन प्रक्रिया को धीमा करने में मदद करते हैं| डाईबिटिस के केस में यह शरीर के ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है       

मड़ुआ एक अत्यंत पौष्टिक अनाज है और अच्छे स्वास्थ्य को बनाये रखने के लिए बहुत फायदेमंद है| हालाँकि इसके अधिक सेवन से शरीर में ऑक्सेलिक एसिड की मात्रा बढ़ सकती है| इसलिए गुर्दे की पथरी वाले रोगियों को इसकी सलाह नहीं दी जाती है| 

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