रेलवे रिजर्वेशन में RAC का क्या मतलब होता है | RAC रूल्स और मीनिंग

भारतीय रेलवे से प्रतिदिन करोड़ो लोग सफर करते हैं| सफर में जाने से पहले ट्रेन में अपनी बर्थ आरक्षित करवानी होती है| अपनी इच्छा अनुसार स्लीपर क्लास, थर्ड ए.सी. क्लास, सेकंड ए.सी. क्लास या फर्स्ट ए.सी. क्लास में अपने गंतव्य स्टेशन तक हम सीट को बुक कर सकते हैं| लेकिन कई बार ट्रेन में सीट खाली नहीं होने के कारण सीट का स्टेटस वेटिंग या RAC दिखाता है| और वेटिंग में ली हुई टिकट कई बार फाइनल चार्ट बनने के बाद RAC स्टेटस दिखाता है| तो क्या होता है रेलवे में RAC का मतलब आइये जानते हैं| 

RAC means in Railway in hindi


  1. RAC का फुल फॉर्म क्या होता है 
  2. RAC का क्या मतलब होता है 
  3. RAC में क्या हम ट्रेन में सफर कर सकते हैं 
  4. RAC क्या ट्रेन चलने के बाद कन्फर्म हो सकती है 

 

RAC का फुल फॉर्म क्या होता है        

RAC : Reservation Against Cancellation 

RAC का फुल फॉर्म है रिजर्वेशन अगेंस्ट कैंसलेशन| ट्रेन में क्लास अनुसार बर्थ आरक्षित करते समय हमें कन्फर्म सीट मिलती है, और कोच संख्या और सीट संख्या हमारी टिकट पर लिखी होती है| अगर ट्रेन की उस क्लास में सभी सीट बुक हो चुकी हों, तो हमें RAC यानि रिजर्वेशन अगेंस्ट कैंसलेशन दी जाती है| पर सभी RAC सीट भी बिक जाने के बाद हमें वेटिंग में टिकट मिलती है|      

  

RAC का क्या मतलब होता है

RAC टिकट वाला यात्री को एक पूरी सीट नहीं मिलती, बल्कि एक बर्थ दो यात्रियों द्वारा शेयर की जाती है| लेकिन यदि RAC टिकट होल्डर ऐसे ट्रेन में सफर नहीं करना चाहता तो उसे ट्रेन के चलने के निर्धारित समय से 30 मिनट पहले तक टिकट कैंसिल करने की पूरी छूट होती है, जिसके लिए उससे टिकट कैंसलेशन चार्ज नहीं वसूला जाता| इसलिए इस प्रकार की टिकट को रिजर्वेशन अगेंस्ट कैंसलेशन नाम दिया गया है| ट्रेन के चलने के बाद ऑनलाइन RAC टिकट का रिफंड केवल TDR (टिकट डिपाजिट रिसिप्ट) द्वारा प्राप्त किया जा सकता है|      


RAC में क्या हम ट्रेन में सफर कर सकते हैं 

RAC सीट होने से फाइनल चार्ट बनने के बाद ट्रेन की कोच संख्या और सीट संख्या यात्री को बता दी जाती है| लेकिन यही सीट एक यात्री को नहीं बल्कि दो यात्रियों को दी जाती है| इसका अर्थ हुआ कि RAC सीट वाला यात्री ट्रेन में सफर तो कर सकता है पर उसे सोने के लिए सीट नहीं मिलती| RAC सीट ट्रेन की साइड लोअर बर्थ में ही दी जाती है, जिससे बैठ कर सफर करने में दोनों यात्रियों को सहूलियत हो|        


RAC क्या ट्रेन चलने के बाद कन्फर्म हो सकती है 

यदि ट्रेन की उसी क्लास में कोई कन्फर्म सीट वाला यात्री सफर नहीं करता, तो उसकी सीट RAC वेटिंग वाले यात्री को मिल जाती है| इसकी जानकारी आप यात्रा करते समय टिकट एग्जामिनर से ले सकते हैं|    

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