शुक्र मिशन शुक्रयान 1 | Venus Mission of India in Hindi

Venus Mission of India: आकाश में चाँद के बाद सबसे चमकदार शुक्र ग्रह दिखाई पड़ता है| सुबह के समय पूर्व की तरफ यह चमकते हुए तारे की तरह प्रतीत होता है इसीलिए इसे मॉर्निंग स्टार यानि का भोर का तारा कहते हैं| ठीक इसी तरह शाम को यह पश्चिम दिशा में चमकता है, जिस कारण इसे इवनिंग स्टार भी कहते हैं| चंद्रमा (चंद्रयान) और मंगल ग्रह (मंगलयान) पर सफलतापूर्वक मिशन भेजने के बाद अब भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) शुक्र ग्रह पर अपना यान भेजने की तैयारी कर रहा है| ऐसा करने पर वैश्विक स्तर पर एक बार फिर भारत और उसके वैज्ञानिकों का परचम लहराएगा| आइये जानते हैं शुक्र ग्रह और शुक्र मिशन से जुड़ी कुछ अहम् जानकारी:

shukryaan mission

शुक्र मिशन क्या है (Venus Mission of India)

अंतरिक्ष के रहस्यों को खोजने की जिज्ञासा पुरे विश्व को नए-नए प्रयोग करने के लिए प्रेरित करती है| भारत भी इसी कड़ी में निरंतर प्रयास करता रहता है| चंद्रयान और मंगलयान की सफलता के आधार पर, हाल ही में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने वीनस मिशन की घोषणा करी है| वीनस मिशन, वीनस ग्रह (शुक्र) के लिए भारत का पहला ऑर्बिटर मिशन होगा| शुक्र मिशन को जी.एस.एल.वी एम.के II रॉकेट से लांच किया जाएगा| यह मिशन शुक्र ग्रह के सतह का अध्ययन करेगा|     

शुक्र मिशन कब लांच किया जाएगा 

शुक मिशन को दिसंबर 2024 तक लांच किये जाने की योजना है| इसी समय शुक्र ग्रह पृथ्वी के नजदीक से होकर गुजरेगा| इस समय काल में इस मिशन के लांच न किये जाने पर ऐसी खगोलीय स्थिति 2031 में आएगी|  

shukr mission venus in hindi

शुक्र ग्रह के बारे में 

  • शुक्र ग्रह सौर मंडल में पृथ्वी के सबसे निकटतम पड़ोसी गृह है| यह सूर्य से दूसरा ग्रह है, जिसका आकार और घनत्व पृथ्वी के समान है| इसी कारण इसे "पृथ्वी का जुड़वा" भी कहते हैं| पृथ्वी का व्यास 12742 किलोमीटर है और शुक्र ग्रह का व्यास 12104 किलोमीटर है| 
  • शुक्र का घना वातावरण ग्रीनहाउस गैस कार्बन डाइऑक्साइड से भरा है, जिसकी वजह से यह सौर मंडल का सबसे गर्म ग्रह है| यहाँ का औसत तापमान 475 डिग्री सेंटीग्रेट है| जहाँ एक तरफ पृथ्वी के वातावरण में 77 प्रतिशत नाइट्रोजन और 21 प्रतिशत ऑक्सीजन है वहीं शुक्र के वातावरण में 96 प्रतिशत कार्बन डाइऑक्साइड एवं 3 प्रतिशत नाइट्रोजन मौजूद है| 
  • शुक्र ग्रह में वायुमंडल का दबाव पृथ्वी के मुकाबले 92 गुना ज्यादा है| 
  • शुक्र ग्रह के ऊपर वाली लेयर सल्फ्यूरिक एसिड और सल्फर डाइऑक्साइड के बादलों से ढकी हुई है, जिसकी वजह से शुक्र ग्रह पर एसिड रेन होती रहती है| इसी कारण शुक्र ग्रह का रंग हल्का पीला दिखाई पड़ता है| 
  • अरुण ग्रह (Uranus) के साथ शुक्र ग्रह, सौर मंडल के अन्य ग्रह की तुलना, अपनी धुरी पर दक्षिणावर्त घूमते हैं| इसका मतलब यह है कि यहाँ सूर्य पश्चिम से उगता है और पूर्व में अस्त होता है| 
  • शुक्र ग्रह के पास बुध ग्रह के समान कोई चाँद नहीं है| 
  • शुक्र ग्रह अपनी धुरी पर एक चक्कर पृथ्वी के 243 दिनों में लगाता है| जबकि सूर्य का एक चक्कर लगाने में इसे 225 दिनों का समय लगता है| इस कारण हम कह सकते हैं शुक्र का एक दिन एक साल से बड़ा होता है| 
  • शुक्र ग्रह में फोस्फीन नामक गैस के प्रमाण मिले हैं जिससे यह उम्मीद की जा रही है कि शुक्र ग्रह में भी कभी जीवन रहा होगा| 

दुनिया में आज से पहले भेजे गए शुक्र मिशन 

भारत दुनिया में शुक्र ग्रह पर शुक्र मिशन भेजने वाला पहला देश नहीं है| सोवियत यूनियन (30), अमेरिका (11), यूरोपियन स्पेस एजेंसी (3) और जापान (3) ने पहले शुक्र ग्रह (वीनस) पर अपने मिशन भेजे हैं| 

Post a Comment

0 Comments