Phool Dei Festival 2023: भारत की संस्कृति पौराणिक काल से पर्यावरण के प्रति हमारा लगाव दर्शाती है और यहाँ होने वाले लोक पर्वों की झलकियाँ इसका जीता-जागता उदहारण है| एक ऐसा ही लोक पर्व है देव-भूमि उत्तराखंड में मनाया जाने वाला -फूलदेई (Phool Dei Festival 2023 Date) |
फूलदेई फेस्टिवल कब मनाया जाता है? (Phool Dei Festival 2023)
फूलदेई फेस्टिवल फाल्गुन या चैत्र माह के समय आने वाली मीन संक्रांति को मनाया जाने वाला त्यौहार है| यह 14 मार्च या 15 मार्च को पड़ता है| इस साल फूलदेई फेस्टिवल 2023, 15 मार्च 2023, बुधवार के दिन मनाया जाएगा| यह नई उमंग और नई उम्मीद का त्यौहार माना जाता है| जब पहाड़ों में बसंत अपने यौवन पर होता है, तभी आता है उत्तराखंड का लोकपर्व फूलदेई- फूलों का त्यौहार, जो अपनी तरह का पूरी दुनिया में एक अनूठा लोकपर्व है| कहीं इसे फूल संक्रांत कहते हैं, तो कहीं फूलदेई|
फूलदेई फेस्टिवल पर बच्चे सुबह सवेरे जंगल से फूल चुनकर लाते हैं और लोक गीत गाते हुए घरों की देहरी पर/ चौखट पर सजा देते हैं, बदले में उन्हें दक्षिणा/पैसा/टॉफी मिलती हैं| यह बसंत का उल्लास मनाने का एक खूबसूरत त्यौहार है|
फूलदेई फेस्टिवल:प्रकृति का आभार प्रकट करने का पर्व (Phool Dei Festival 2023)
फूलदेई फेस्टिवल के दिन बच्चे लोक गीत गाते हुए सुबह-सुबह देहरी पर ताजे फूल रखते हैं|
"फूलदेई, फूलदेई, छम्मा देई, छम्मा देई, दैंणी द्धार, भर भकार, यो देली सौं, बारंबार नमस्कार"
फूलदेई जैसे पारंपरिक त्यौहार न केवल आज की पीढ़ी को प्रकृति के प्रति अपना आभार प्रकट करने का अवसर देते है पर इससे हमें अपनी विरासत को अगली पीढ़ी के लिए संजोने की प्रेरणा भी मिलती है|
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