विश्व प्रकृति सरंक्षण दिवस कब मनाते हैं | World Nature Conservation Day 2023

World Nature Conservation Day 2023: हर साल 28 जुलाई को मनाया जाने वाला विश्व प्रकृति सरंक्षण दिवस यह बताता है कि एक स्वस्थ पर्यावरण ही एक स्वस्थ और स्थिर समाज की नींव होती है| आइये जानते हैं (World Nature Conservation Day 2023) विश्व प्रकृति सरंक्षण दिवस के क्या मायने हैं और कैसे हम इसमें अपना योगदान दे सकते हैं: 
world nature conservation day in hindi 2022

प्रकृति सरंक्षण का अर्थ (Nature Conservation Meaning)

पृथ्वी के प्राकृतिक संसाधनों में हवा, खनिज, पौधे, मिट्टी, पानी और वन्यजीव शामिल हैं| प्रकृति सरंक्षण का मतलब इन संसाधनों की देखभाल और सुरक्षा करना है ताकि इन्हें आने वाली पीढ़ियों के लिए सरंक्षित किया जा सके| इसमें विभिन्न प्रजाति, जीन्स की सुरक्षा के साथ इकोसिस्टम की विविधता को बनाए रखना शामिल है| 

प्रकृति सरंक्षण, शिकार, खनन, कटाई जैसी गतिविधियों के खिलाफ मनुष्यों द्वारा प्रकृति के सतत उपयोग को तलाशता है| प्रकृति सरंक्षण से ही सम्बंधित प्रकृति परिरक्षण मनुष्यों के दुरूपयोग से प्रकृति को बचाना है| सरंक्षण और परिरक्षण दोनों ही इस कार्य को अपने तरीके से पूरा करने का प्रयास करते हैं| 

प्रकृति सरंक्षण की क्यों जरुरत है 

हमारी दैनिक जरूरतों के लिए हर आवश्यक चीजें हमें प्रकृति से ही मिलता है| बढ़ती जनसँख्या और मानवी लापरवाही के कारण, प्रकृति के ससाधनों का अत्यधिक दोहन होने लगा है| अगर ऐसा ही चलता रहा तो वह समय बहुत जल्द आएगा जब हमारी पीढ़ियों के लिए कोई संसाधन नहीं बचेंगे| इसलिए मानव जाति को बचाने और पर्यावरण में संतुलन बनाए रखने के लिए इन ससाधनों के सरंक्षण की आवश्यकता है| 

मानवीय गतिविधियां कैसे बढ़ा रही हैं 'कोरोना' जैसी महामारी का खतरा  

पर्यावरण में लगातार हो रहे बदलाव के कारण ही 'कोरोना' जैसी महामारी का खतरा बनता है| बढ़ती मानव बस्तियों और कम होती कृषि भूमि के साथ प्रकृति का संतुलन डगमगाया है| यह अलग वातावरण में रहने वाली विभिन्न प्रजातियों को पास आने में मजबूर करता है| इस तरह के नए संपर्क, एक प्रजाति में पाए जाने वाली बीमारियों को दूसरी प्रजातियों के बीच ले जाने का अवसर प्रदान करती है| कोरोना बीमारी भी इसी का एक उदाहरण है| इसी के साथ प्रकृति की विविधता में लगातार हो रहे नुक्सान भी कोरोना जैसी बीमारियों का मुख्य कारण है|    

कैसे हम प्रकृति सरंक्षण पर अपना योगदान दे सकते हैं?

  1. पानी को सरंक्षित करें: एक अध्ययन में पाया गया है कि वर्ष 2050 तक पानी के प्राकृतिक संसाधनों की बहुत कमी हो जाएगी| इसलिए पानी को व्यर्थ बहाने से बचना चाहिए| 
  2. पेड़ लगाएं: मिट्टी के कटाव से बचने और हरियाली को बढ़ावा देने के लिए वृक्षारोपण को प्रोत्साहित करना चाहिए| 
  3. वेस्ट मैनेजमेंट: कचरे को रियूज़ और रिसाईकल करें| 
  4. वर्षा जल संचयन का अभ्यास करें और वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित करें| 
  5. प्लास्टिक का उपयोग करने से बचें| 

विश्व प्रकृति सरंक्षण दिवस 2023 का विषय (World Nature Conservation Day 2023 Theme)

भारत समेत दुनियाभर में विश्व प्रकृति सरंक्षण दिवस मनाया गया| भारत के नेशनल जूलॉजिकल पार्क, नई दिल्ली (दिल्ली चिड़ियाघर) ने भी विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस मनाया| विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस 2022 का विषय "वन और आजीविका: लोगों और ग्रह को बनाए रखना" था| 
World Nature Conservation Day 2023 Theme: “Forests and Livelihoods: Sustaining People and Planet”

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