National Deworming Day 2023 | राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कब मनाया जाता है

National Deworming Day 2023: पेट के कीड़े मानव स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं, यदि इसपर ध्यान नहीं दिया जाए तो यह समस्या गंभीर परिणाम सामने ला सकती है| पेट के कीड़े यानि कृमि के नियंत्रण पर ध्यान दिलाने के लिए ही राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस यानि नेशनल डीवॉर्मिंग डे (National Deworming Day) मनाया जाता है| आइये जानते हैं नेशनल डीवॉर्मिंग डे (National Deworming Day 2023) कब मनाया जाता है और क्या है इसका उद्देश्य:

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क्या है डीवॉर्मिंग का मतलब (Deworming means in hindi)

वॉर्म का अर्थ होता है कीड़े| पेट में पाए जाने वाले कीड़े जैसे राउंडवॉर्म, व्हिपवॉर्म, हुकवॉर्म शरीर पर गंभीर समस्या पैदा कर सकते हैं, इसलिए इन्हें शरीर से दूर करना (कृमि मुक्ति) बहुत जरुरी हो जाता है| कृमि मुक्ति को हम डीवॉर्मिंग (Deworming) कहते हैं|  

यह वॉर्म यानि कीड़े परजीवी होते हैं, जो भोजन और अस्तित्व के लिए मानव आंतों में रहते हैं| कीड़े मानव शरीर के लिए पोषक तत्वों का उपभोग करते हैं और लोगों में विशेषकर बच्चों में रक्त हानि, ख़राब पोषण का कारण बनते हैं| मुख्य रूप से यह कीड़ों का संक्रमण खराब स्वच्छता की स्थिति के परिणामस्वरूप होता है और संक्रमित मिट्टी के संपर्क से शरीर में प्रवेश करता है| 

देश में कृमि का संक्रमण बहुत अधिक है| खासकर बच्चों में यह पेट के कीड़े पाए जाते हैं| पेट में कीड़ों की वजह से बच्चों में खून की कमी हो जाती है| विशेषकर लड़कियों में यह समस्या और ज्यादा गंभीर हो जाती है|    

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राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कब मनाया जाता है (National Deworming Day)

राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की भारत के प्रत्येक बच्चे को कृमि मुक्त बनाने की एक पहल है| इसकी शुरुआत वर्ष 2015 में हुई थी| भारत में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस यानि नेशनल डीवॉर्मिंग डे 10 फरवरी को मनाते हैं| राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस एक ऐसा दिन है जब 1 और 19 वर्ष की आयु के बीच के सभी बच्चे सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में शिक्षकों से और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से आंतों के लिए उपचार प्राप्त कर सकते हैं|  

उन राज्यों में जहां एसटीएच संक्रमण की व्यापकता 20% से कम है उन राज्यों में एक बार 10 फरवरी को डीवॉर्मिंग अभियान चलाया जाता है| शेष सभी राज्य/संघ राज्य क्षेत्र कृमि मुक्ति के द्वि-वार्षिक 10 फरवरी और 10 अगस्त को कार्यान्वित रहते हैं| 

भारत सरकार द्वारा उपयोग की जाने वाली कृमिनाशक दवाओं के नाम अल्बेंडाज़ोल और मेबेंडाज़ोल हैं जो आंतों के कीड़ों के लिए एक सुरक्षित उपचार हैं| 


डीवॉर्मिंग उपचार के फायदे 

कृमिनाशक इलाज से बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा और आजीविका पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है:

  • एनीमिया को कम करता है और पोषण में सुधार करता है
  • ग्रोथ और वजन बढ़ता है
  • मानसिक और शारीरिक विकास में सुधार करता है
  • अन्य संक्रमणों के लिए प्रतिरोध बढ़ाता है
  • बच्चों को अधिक सक्रिय बनाता है और उनकी क्षमता में सुधार करता है



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