World Chess Day 2023 | शतरंज गेम का इतिहास और महत्त्व

World Chess Day 2023: शतरंज एक पुराना खेल है, जिसकी उत्पत्ति 600 ईस्वी के आसपास मानी जाती है| उस समय, खेल को "चतुरंगा" के रूप में जाना जाता था, और यह वर्तमान में खेले जाने वाले शतरंज से कुछ अलग था| जिस खेल को हम आज शतरंज के रूप में जानते हैं, वह मोटे तौर पर यूरोप में पहुँचने के बाद आया है| शतरंज खेल को मनाने के लिए साल में एक दिन विश्व शतरंज दिवस यानि वर्ल्ड चैस डे के रूप में मनाया जाता है| आइये जानते हैं विश्व शतरंज दिवस (World Chess Day 2023) कब मनाया जाता है और क्या है इस दिन का इतिहास: 

shatranj game 2023

शतरंज खेल (Chess Game)

चाहे कोई भी खेल हो, वह संकट के समय में मानवता को चिंताओं से मुक्त करके, मानसिक स्वास्थ्य में सुधार में महत्वपूर्ण योगदान देता है| कोरोना काल इसका प्रत्यक्ष उदहारण रहा| कोविड -19 महामारी के प्रकोप के बाद से, शतरंज खेल ने बड़े पैमाने पर विकास देखा| शतरंज सबसे प्राचीन, बौद्धिक और सांस्कृतिक खेलों में से एक है, जिसमें खेल, वैज्ञानिक सोच और कला के तत्वों का संयोजन है| एक "सस्ता और समावेशी" खेल के रूप में, इसे कहीं भी खेला जा सकता है| यह भाषा, आयु, लिंग, शारीरिक क्षमता या सामाजिक स्थिति की बाधाओं के पार सभी द्वारा खेला जा सकता है| 

शतरंज दो खिलाड़ी द्वारा खेले जाना वाला रणनीति बोर्ड खेल है जिसमें दोनों खिलाड़ी को बारी-बारी से अपनी चाल चलनी होती है| इस खेल में चालों का एक सेट होता है, जिसे चलकर एक खिलाड़ी प्रतिद्वंद्वी के 'राजा' पर कब्जा करने की कोशिश करता है| आज इस खेल की 2,000 से अधिक विविधताएं मौजूद हैं| माना जाता है शतरंज जैसा खेल जिसे 'चतुरंगा' कहा जाता था- गुप्त काल (319 - 543) के दौरान उत्तरी भारतीय उपमहाद्वीप में उत्पन्न हुआ था जहाँ से सिल्क रोड के साथ यह पश्चिमी देशों में फैला| 

विश्व शतरंज दिवस कब मनाते हैं (World Chess Day is celebrated on)

हर साल 20 जुलाई को विश्व शतरंज दिवस के रूप में मनाया जाता है| 12 दिसंबर 2019 को, सयुंक्त राष्ट्र महासभा ने 1924 में पेरिस में अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ (फीडे) की स्थापना की तारीख (20 जुलाई) को चिह्नित करने के लिए 20 जुलाई को विश्व शतरंज दिवस के रूप में घोषित किया| फीडे की पहल के बाद, 20 जुलाई को 1966 से ही  दुनिया भर के शतरंज खिलाड़ियों द्वारा अंतर्राष्ट्रीय शतरंज दिवस के रूप में मनाया जाता रहा है| संयुक्त राष्ट्र द्वारा, विश्व शतरंज दिवस को घोषित करना न केवल शतरंज खेल के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का समर्थन कर रहा है बल्कि दुनिया के सभी लोगों के बीच मैत्रीपूर्ण सद्भाव में सुधार करने के उद्देश्य से फीडे की महत्वपूर्ण भूमिका को मान्यता प्रदान करता है| 

world chess day 2022

अंतर्राष्ट्रीय शतरंज संघ (FIDE) के बारे में

सभी अंतरराष्ट्रीय शतरंज प्रतियोगिताओं को अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ (फीडे) द्वारा नियंत्रित किया जाता है, जो शतरंज के खेल का शासी निकाय है| फीडे का फुल फॉर्म है -"Federation Internationale des-Echecs" FIDE है| इसकी स्थापना 20 जुलाई 1924 में हुई थी| एक गैर-सरकारी संगठन के रूप में, इसे 1999 में अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति द्वारा एक वैश्विक खेल संगठन के रूप में मान्यता दी गई थी| FIDE का मुख्यालय वर्तमान में लुसाने, स्विट्ज़रलैंड में है| 2018 में लंदन में प्रेसिडेंशियल बोर्ड मीटिंग के बाद इस महासंघ का मुख्यालय ग्रीस के एथेंस से स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया था| 

फीडे द्वारा ही ग्रैंड मास्टर, वोमेन ग्रैंड मास्टर, इंटरनेशनल मास्टर, वोमेन इंटरनेशनल मास्टर, फीडे मास्टर, वोमेन फीडे मास्टर, नेशनल मास्टर जैसे टाइटल दिए जाते हैं| इसके लिए तय की गई औचारिकताओं को पूरा करके ही यह उपाधि प्रदान की जाती है| शतरंज में एक ग्रैंड मास्टर होना सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जाती है या यूँ कहे शतरंज का सबसे बड़ा अवार्ड है "ग्रैंड मास्टर"| शतरंज गेम में ग्रांडमास्टर उपाधि पाने वाले को बुद्धिमान लोगों में शामिल किया जाता है| 

भारत के सबसे पहले ग्रैंड मास्टर विश्वनाथन आनंद हैं| दुनिया के सबसे युवा ग्रैंड मास्टर अभिमन्यु मिश्रा, 30 जून, 2021 को, ग्रैंडमास्टर के रूप में अर्हता प्राप्त करने वाले सबसे कम उम्र के व्यक्ति बने| उन्होनें 12 साल 4 महीने और 25 दिनों की उम्र में खिताब के लिए अर्हता प्राप्त करते हुए, सर्गेई कारजाकिन के रिकॉर्ड को तोड़ा| आज भारत में 82 से अधिक ग्रैंड मास्टर हो गए हैं| 

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