Initial and Final Setting Time of Cement| जानें IST और FST का significance

Initial and Final Setting Time of Cement: सीमेंट का प्रारंभिक सेटिंग टाइम (IST) और अंतिम सेटिंग टाइम (FST) दोनों ही निर्माण की गुणवत्ता में एक अहम् भूमिका निभाते हैं| आइये जानते हैं कैसे निकालते हैं इनिशियल सेटिंग टाइम और फाइनल सेटिंग टाइम ऑफ़ सीमेंट और इसकी जरुरत क्यों पड़ती है| 

Initial and final setting time of cement

  1. Initial and Final Setting Time of Cement क्या होता है
  2. कैसे निकालते हैं Initial and Final Setting Time of Cement
  3. जानें IST, FST का महत्व (Significance of Initial and Final Setting Time of Cement)


सीमेंट में पानी मिलाने के बाद कुछ देर में वह ठोस होने लगता है, और यही कुछ देरी निर्माण कार्य में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जिसे हम सीमेंट का सेटिंग टाइम भी बोलते हैं| इसी समय के अंदर हमें सीमेंट से बनी कंक्रीट या कुछ और सामग्री, उसके अंतिम रूप तक पहुंचानी होती है| सीमेंट का सेटिंग टाइम अलग-अलग सीमेंट में अलग हो सकता है| इसलिए कंक्रीट आदि डिज़ाइन करने से पहले उसमें इस्तेमाल होने वाले सीमेंट की कई जांचों में एक जांच उसके सेटिंग टाइम की भी होती है| 

सीमेंट का सेटिंग टाइम निर्धारित करने के लिए, इसके ठोस होने के समय को Initial and Final Setting Time of Cement के रूप में दो भागों में विभाजित किया गया है|    

Initial and Final Setting Time of Cement क्या होता है 

Initial Setting Time of Cement, यानि सीमेंट का प्रारंभिक सेटिंग टाइम, सीमेंट में पानी मिलाने के बाद से उस समय-अंतराल को माना गया है जब तक सीमेंट पेस्ट अपनी प्लास्टिसिटी खोना ना शुरू कर दे| वहीँ Final Setting Time of Cement, सीमेंट में पानी मिलाने के बाद से उस समय को माना जाता है जब तक सीमेंट पेस्ट पूरी तरह से अपनी प्लास्टिसिटी खो दे और एक निश्चित दबाव झेलने के लिए पर्याप्त क्षमता प्राप्त कर ले| 
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कैसे निकालते हैं Initial and Final Setting Time of Cement

Initial and Final Setting Time of Cement निकालने के लिए भारतीय मानकों के अनुसार एक उपकरण का प्रयोग किया जाता है जिसे विकट एपरेटस (Vicat Apparatus) कहते हैं| Vicat Apparatus की मदद से सबसे पहले सीमेंट की normal consistency(P) निकाली जाती है| यह एक लेबोरेटरी जांच होती है जिसमें सीमेंट में पड़ने वाली पानी की वह प्रतिशत मात्रा निकालते हैं जिससे बने हुए सीमेंट पेस्ट को Vicat Apparatus के मोल्ड पर रखने पर और विकट प्लंजर को मोल्ड की ऊपरी सतह से छोड़ने पर प्लंजर अपने भार से 33-35 मिलीमीटर तक नीचे जाता हो|


भारतीय मानक कोड के अनुसार Initial Setting Time of Cement निकालने के लिए normal consistency(P) का 85 प्रतिशत पानी लेकर सीमेंट पेस्ट बनाना होता है| इस पेस्ट को Vicat Apparatus के 40mm ऊँचे स्टैण्डर्ड मोल्ड पर रख कर 01mm sq की needle को उसकी ऊपरी सतह से छोड़ना पड़ता है| जब यह नीडल ऊपरी सतह से खुद के भार से 35+-0.5 mm सीमेंट पेस्ट के भीतर जाने लगे, सीमेंट में पानी मिलाने से इस समय तक के अंतराल को initial setting time कहा जाता है| कुछ समय और होने पर मोल्ड में रखा सीमेंट पेस्ट इतना ठोस हो जाएगा कि नीडल पेस्ट की सतह पर 0.5mm से अधिक छाप नहीं छोड़ सकेगी| इस समय अंतराल को final setting time नाम दिया गया है| 

भारतीय मानक कोड IS-4031 पार्ट-5 (IS Code for Initial and Final Setting of Cement) के अनुसार सीमेंट का निरक्षण कर हम इनिशियल और फाइनल सेटिंग टाइम निकालते हैं| इसकी जांच प्रक्रिया नीचे दिए गए क्रम अनुसार करते हैं|   

सीमेंट का IST और FST स्टेपवाइज ऐसे निकालें:

  • सबसे पहले भारतीय मानक अनुसार सीमेंट की स्टैण्डर्ड कंसिस्टेंसी (P) निकालें| Standard Consistency निकालने की प्रक्रिया के लिए क्लिक करें| 
  • 500 ग्राम सीमेंट लें और उसमें स्टैण्डर्ड कंसिस्टेंसी के बराबर पानी का 85 प्रतिशत पानी मिलाकर सीमेंट पेस्ट तैयार करें| पेस्ट तैयार करते समय रूम तापमान और पानी का तापमान दोनों ही 27+-2 डिग्री सेल्सियस होने चाहिए|   
  • सीमेंट में पानी मिलाते ही स्टॉप-वाच चालू कर दें| अगले 03 से 05 मिनट के बीच सीमेंट पेस्ट को अच्छी तरह मिलाकर Vicat Apparatus के मोल्ड को भर दें|
  • फिर विकट उपकरण में इस्तेमाल होने वाली 01mm sq नीडल को फिक्स करें| कुछ देर बाद नीडल को सीमेंट पेस्ट की सतह पर रखकर रिलीज़ करें| शुरुआत में सीमेंट पेस्ट के प्लास्टिसिटी स्टेज में होने से यह पूरा 40mm मोल्ड के भीतर जाएगा| पर समय बीतने पर सीमेंट पेस्ट अपनी प्लास्टिसिटी खोने लगता है| 
  • स्टॉप-वाच में वह समय नोट करें (IST) जब नीडल ऊपरी सतह से 35mm (+-0.5mm) तक जाए और रुक जाए| 
  • विकट उपकरण की नीडल को सर्कुलर अटैचमेंट से बदलें| इस अटैचमेंट के बीच में 01mm की नीडल रहती है| 
  • कुछ देर बाद सीमेंट पेस्ट अपनी प्लास्टिसिटी पूरी तरह से खो देगा| इस समय स्टॉप-वाच पर वह समय नोट करें जब नीडल सीमेंट पेस्ट पर 0.5mm से अधिक छाप ना छोड़े और साथ ही सर्कुलर अटैचमेंट सीमेंट पेस्ट की सतह पर किसी भी तरह का छाप ना छोड़े| सीमेंट में पानी मिलाने से इस समय तक के अंतराल को (FST) फाइनल सेटिंग टाइम कहा जाता है|                             

 

जानें IST, FST का महत्व (Significance of Initial and Final Setting Time of Cement)

निर्माण कार्यों में जहाँ पर सीमेंट, मोर्टार और कंक्रीट से पाला पड़ता है वहां पर बैच मिक्सिंग, ट्रांसपोर्ट और प्लेसिंग में कुछ समय लगता है| इस अवधी तक सीमेंट पेस्ट, मोर्टार या कंक्रीट का अपनी प्लास्टिक स्टेज में रहना अनिवार्य होता है| इसीलिए सीमेंट, मोर्टार या कंक्रीट का प्रारंभिक ठोस होने का समय (Initial setting time) आमतौर पर 30 मिनट से कम नहीं होना चाहिए| इसी कारण भारतीय मानकों में (Indian Standard Code) अलग-अलग प्रकार के सीमेंट में (जैसे रैपिड हार्डनिंग सीमेंट, आर्डिनरी पोर्टलैंड सीमेंट आदि) मौजूद संघटक और सीमेंट की फाइननेस की लिमिट डिफाइन करी जाती है| जिससे उस प्रकार के सीमेंट का प्रयोग करने से उसका सेटिंग टाइम जरुरत अनुसार बना रहे|  

एक बार सीमेंट कंक्रीट आदि के प्लेस होने पर उसका जल्दी से ठोस होना भी जरुरी होता है जिससे बाहरी हलचल से उसे कम से कम नुक्सान हो| आमतौर पर (OPC सीमेंट में) यह समय 10 घंटे से अधिक नहीं रखा जाता| 

इस सीमेंट के प्रयोग से बनने वाली कंक्रीट या मोर्टार का सेटिंग टाइम भी सीमेंट के सेटिंग टाइम पर ही निर्भर करता है| इसी कारण यदि हमें कंक्रीट, मोर्टार आदि सामग्री batching plant से दूर ले जानी होती है, या साइट पर कंक्रीट की एक लेयर पड़ने के बाद अगली लेयर काफी देरी से पड़नी हो, तो कंक्रीट के डिज़ाइन के समय उसमें admixture के रूप में retarder का इस्तेमाल करना पड़ता है जिससे कंक्रीट के initial setting time में बढ़ोतरी हो जाती है|         

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